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जाने क्या बात है

त्राणत्राण November 17, 2021
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जाने क्या बात है

घड़ी की टिक टिक की आवाज़ का शोर भी 

ऐसा लगता है जैसे धड़कन कोई टप से नीचे गिर जाती है 

हलक में।


दिल ज़ोर से धड़कता है जैसे डूबने वाला कोई

अनगिनत तमाचे मारता है पानी को

पानी की गलती बूझो तो जाने 


मेरी आँखों के पर्दे में सपने क़ैद नहीं होते

सब धुंधला सा दिखता है 

पुराना कोई सपना फट

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