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पशेमाँ इक रात है झेलम सी
दिल में कई बात है पैहम सी
लब पे आते नहीं बेचैनियाँ जिगर के
रूह पे कौन लगता है मरहम जी
सैयारों का कहाँ होता है अपना सूरज
नाचीज़ है
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पशेमाँ इक रात है झेलम सी
दिल में कई बात है पैहम सी
लब पे आते नहीं बेचैनियाँ जिगर के
रूह पे कौन लगता है मरहम जी
सैयारों का कहाँ होता है अपना सूरज
नाचीज़ है
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