
Share0 Bookmarks 123 Reads0 Likes
पशेमाँ इक रात है झेलम सी
दिल में कई बात है पैहम सी
लब पे आते नहीं बेचैनियाँ जिगर के
रूह पे कौन लगता है मरहम जी
सैयारों का कहाँ होता है अपना सूरज
नाचीज़ है
No posts
No posts
No posts
No posts
पशेमाँ इक रात है झेलम सी
दिल में कई बात है पैहम सी
लब पे आते नहीं बेचैनियाँ जिगर के
रूह पे कौन लगता है मरहम जी
सैयारों का कहाँ होता है अपना सूरज
नाचीज़ है
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments