
Share0 Bookmarks 139 Reads0 Likes
एक संभावना अथाह है
एक अत्यंत निरीह
संयम दृढ़ पर्वत है
संयम चूर गिरि भी
संयम तो मेध बयार है
संयम मंद आह भी
संयम तो आग सृजन भी है
संयम अशक्त दीप भी
संयम तट नदी का है
संयम बहता बांध भी
संयम है घोर अनिश्चितता में
विवेक बहुल उद्घोष करना
या अनंत अंधेरे मरीचिक पथ पर
समय के अंत तक प्रवास करना
एक पथिक है
एक मील का पत्थर
दोनो हीं सत्य व माया है
जैसे प्राण भ्रम है
प्राण है कारक
प्राण परिपूर्ण पहेली भी
एक संभावना अथाह है
एक अत्यंत निरीह भी
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments