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एक संभावना अथाह है
एक अत्यंत निरीह
संयम दृढ़ पर्वत है
संयम चूर गिरि भी
संयम तो मेध बयार है
संयम मंद आह भी
संयम तो आग सृजन भी है
संयम अशक्त दीप भी
संयम तट नदी का है
संयम बहता बांध भी
संयम है घोर अनिश्चितता में No posts
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