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स्वागत हे नव वर्ष! नवोदित, नूतन,नव्य,नवीन,नवल!आशाओं,आकांक्षाओं पर आश्रित,अनुमोदित,संबल।।
पूर्वाग्रह प्रेरित,परिकल्पित,पल प्रमाण पल्लवित प्रबल।
संशय युक्त, सहष्णुमना तुम, कर दो हर जीवन मंगल।।
...
बहुत सहा,अब शेष नहीं कुछ,साहस,सहनशक्ति,संयम।
आहत हुआ आत्मबल, ऐसे वर्ष सहे, दो अति निर्मम।।
अवशोषित हैं अश्रु, हृदय-निज मिश्रित भावों का संगम।
दुष्कर वक्त, दु:साध्य पलों का साक्षी है, बिछुड़ों का गम।।
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हे आगन्तुक! नवजीवन के कु
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