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गांव को, गांव में छोड़...आए शहर ,
और आकर, चकाचौंध में खो गए।
लेके आईं यहां हमको मजबूरियां,
पर सदा को यहीं के ही हम हो गए।।
...
छोड़कर. .खेत, मैदान, चौपाल, घर,
एक कमरे में जीवन गुजारा यहां।
दूर होकर स्वजन,साथियों से स्वत:,
बेरहम कारकों ने संवारा यहां।।
...
लौट पाए न फिर वो सदा के लिए,
नौकरी के लिए जो शहर को गए।
लेके आईं यहां हमको मजबूरियां,
पर सदा को यहीं के ही
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