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भावनाओं का सफर है जिन्दगी,
अपेक्षाओं संग बसर है जिन्दगी।
पाने-खोने, हंसने-रोने से जुदा,
अपने सपनों की डगर है जिन्दगी।।
...
श्वास है जब तक, तभी तक जान है,
अनितता ही, देह की पहचान है।
'भूत' से सीखे सबक हैं साथ सब,
किन्तु 'भावी' का न कुछ अनुमान है।।
...
रब, विधाता की रज़ा है जिन्दगी,
खुल के जीने का मजा है जिन्दगी।
जो न चल पाए समय के साथ, तो
रात-दिन बोझा, सजा है जिन्दगी।।
...
हाथ खाली ही यहां आते सभी,
जो भी पाते, यहीं से पाते सभी।
जोड़ते सारी उमर जी जान से,पर
छोड़कर सब कुछ यहीं जाते सभी।।
...
एक अनसुलझी पहेली, जिन्दगी,
कीर्तिमानों की सहेली, जिन्दगी।
चलती है अनवरत जीते जागते,
गुजरती, मिलती नवेली ज़िन्दगी।।
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