
Share0 Bookmarks 45 Reads1 Likes
खोए हुए नहीं मिलते हैं, अवसर दोबारा जीवन में।
खोकर फिर इंसान,जिन्दगी भर पछताता मन ही मन में।।
मौका एक सभी को मिलता, चाहत को पूरा करने का।
आशा के अनुरूप,लक्ष्य को साध,स्वयं झोली भरने का।।
पर अति आत्मविश्वास,अहम,जिद में हम समझ नहीं पाते हैं।
और वक्त के साथ,हाथ से,अवसर सभी निकल जाते हैं।।
कभी कभी कुछ हीन भावना से,हम कदम बढ़ा ना पाते।
या फिर मन से हार मान, कोशिश करते, पीछे रह जाते।।
शर्तों के अनुकूल, योग्य ना होना, भी कारण होता है।
असफल होता,जो कोशिश से पहले ही धीरज खोता है।।
संशय,सुस्ती,संकोच,सफलता के अक्सर आड़े आते हैं।
लगन,लगाव,लाव लश्कर से,लक्ष्य सभी जीते जाते हैं।।
अवसर मिले, करो गम्भीर प्रयास,उसे हासिल करने में।
इच्छाशक्ति, संकल्प, हौसला, हैं सहाय झोली भरने में।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments