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वो एक पुराना मसला उसके होंसलों मैं जा भटका,
फिर टूटते टूटते वो पंछी एक दरख़्त मैं जा लटका,,
उसे ये होश ही नहीं रहा मर गया कि जिंदा है वो,
थोड़ा कहीं बच गया तो उसकी यादों मैं जा अटका,,
✍टीना कुमावत ✍
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