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चीन - विश्वहित के विरुद्ध

Sylvester BrittoSylvester Britto June 16, 2020
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शुरू करते हैं 1962 में भारत और चीन के बीच हुए युद्ध से I


जब भारत के एक छोटे से हिस्से को लेकर तुमने दी थी हमारे देश में दस्तक,

उस हिस्से को हासिल करने के लिए तुमने तैयार करवा दिए भारत में कई स्मारक।


कई परिवार उजाड़कर, कई सहारे छीनकर तुमने जीत ली थी यह जंग,

जिनके बाद उन शहीदों के स्मारकों पर आज तक बजते हैं उनके नाम ढोल मृदंग।


यह सुनिश्चित है कि तुम सदा याद रखोगे हमारी तरफ से उन शहीद सिपाहियों की युद्ध में शिरकत,

बतौर रक्षक जिन्होंने तनिक भी न सोची अपने परिवार की और युद्ध का खिताब हासिल करने में लगा दी अपने जीवन भर की मेहनत मशक्कत।


जो फौलादी जिस्म पहुँचाना चाहे अपने परिवार को अपने नाम का पैगाम,

उसको करना पड़ता है लंबे अरसे का इंतज़ार क्योंकि वह तैनात है वाघा, अटारी और डोकलाम।


अपने तन मन से सख्त होकर भी उसको आती ज़रूर होगी याद अपने परिवार की,

परंतु उसे हमेशा प्राथमिकता देनी पड़ती है अपने देश को ताकि उस पर किसी प्रकार की कोई टिप्पणी ना आ जाएं कहीं महफूज़ बैठे किसी गद्दार की।


अब बात करते हैं वर्तमान काल की जब पूरी दुनिया चीन से उत्पन्न हुए कोरोना वायरस की वजह से बहुत ही मुश्किल समय से गुज़र रही है।


हाल ही में घोषित हुआ था कि भारत बना सबसे अधिक आबादी वाला देश,

लेकिन चीनियों ने ज़रा भी संकोच न दिखाया बिगाड़ने में विश्व का समावेश।


जब तुम्हारे देश के कुछ ईमानदार वैज्ञानिकों ने बढ़ाना चाहा ईमानदारी का हाथ,

तुम्हारे प्रशासन ने उनके बड़प्पन को हौंसला न देकर दिखा दी अपनी औकात।


भारत के समस्त नागरिक बराबरी से मान रहे थे सरकार की बात,

वहीं धर्म के कुछ ठेकेदारों ने कर दिया तब्लीगी जमात।


अपने घरों में रहना, सामाजिक दूरी बनाए रखना ही है इस वैश्विक महामारी का मूलमंत्र,

अपनी जान की बाज़ी लगाकर हमारे लिए सदैव तत्पर नौजवानों को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने बजवा दिए थे ताली, थाली और अन्य वाद्य यंत्र।


इस बीमारी से बचना है तो जाने से बचिए किसी भी शख्स के समीप,

अनेकता में एकता के प्रतीक की गवाही देने के लिए इस बार प्रधानमंत्री जी ने जलवा दिए थे मोमबत्ती और प्रदीप।


अंत में मैं भी यही कहना चाहूँगा कि,


यह समझा जा सकता है कि हम सभी के लिए ये है बहुत मुश्किल की घड़ी,

पर ज़रा यह भी सोचें कि थोडा सब्र, थोडा संयम ही है इस वैश्विक महामारी की हथकड़ी I


अगर आपको नहीं होना है इस वैश्विक महामारी से संक्रमित,

तो अपने लिए, अपने परिवार के लिए एवं सम्पूर्ण देश के लिए सावधानी बरतिए विस्तृत।


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