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चलो आज भीग लेता हूं

SuyashKumar 234SuyashKumar 234 August 26, 2021
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यह बरसात सुहानी आई है,

मेरे अश्क बहाने आई है।

चलो आज रो लेता हूं,

चलो, भीग लेता हूं।


यह बोझ ओढ़ के बैठे है,

बादल भी बरसने को कहते है।

मैं आज इस बरसात में अश्को को भी धो लेता हूं,

मैं आज भीग लेता हूं।


जब बादल गरज कर बोलेंग

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