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शिक्षा जगत मे, मानव का तर्पण है।
शिक्षा जीवन मे मानव का दर्पण है।
शिक्षा का मूल्य बहुत है , संसार मे।
शिक्षा को मेरा , सब कुछ अर्पण है।
समान शिक्षा सब को, चाहता हूँ मै।
शिक्षा को मेरा तो , पूर्ण समर्पण है।
बदलाव चाह रहे तो शिक्षक बनिए।
समाज ओ संकृति के रक्षक बनिए।
नहीं किसी के कभी, भक्षक बनिए।
प्यारे से बच्चों के, अंगरक्षक बनिए।
बच्चों को इतना तो सक्षम करिए।
नहीं किसी को कभी अक्षम करिए।
बच्चे हैं मेरे देश की अमूल्य धरोहर।
ये सब लगते हैं, प्यारे मधुर मनोहर।
बच्चे देश का , आदर और शान हैं।
बच्चों से ही गुरुजनों का सम्मान है।
गुरु श
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