
Share0 Bookmarks 69 Reads1 Likes
#Afghanistan
ज़ुल्म जब भी गहराएगा ,
तो रास्ते का काँटा एक नारी होगी।
शस्त्र उठाएगी ,फ़ौज बनाएगी;
सब लड़ाकों पर वो भारी होगी।
हुक्मरा
No posts
No posts
No posts
No posts
#Afghanistan
ज़ुल्म जब भी गहराएगा ,
तो रास्ते का काँटा एक नारी होगी।
शस्त्र उठाएगी ,फ़ौज बनाएगी;
सब लड़ाकों पर वो भारी होगी।
हुक्मरा
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments