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कभी कभी तो सागर सा मन,
विस्तृत अविरल बहता जाऊँ,
कभी कभी बस गागर सा मन,
मौन सरस भरता जाऊँ,
शिथिल कभी , कभी उत्साहित,
चिंतित , हर्षित, पुलकित या द्रवित,
गर्वित भी
विस्तृत अविरल बहता जाऊँ,
कभी कभी बस गागर सा मन,
मौन सरस भरता जाऊँ,
शिथिल कभी , कभी उत्साहित,
चिंतित , हर्षित, पुलकित या द्रवित,
गर्वित भी
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