
Share0 Bookmarks 138 Reads1 Likes
जो सोच रहे हैं वही बोल भी पाए
ऐसी माध्यम हिंदी भाषा है।
संस्कृत की संतान है जहां ये
फारसी की शहजाता है।
No posts
No posts
No posts
No posts
जो सोच रहे हैं वही बोल भी पाए
ऐसी माध्यम हिंदी भाषा है।
संस्कृत की संतान है जहां ये
फारसी की शहजाता है।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments