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फूलों पर तितली है
सूरज में लाली
झरने में पानी है
और खेतों में हरियाली  ।1।

सरसो हो गए पीले हैं
उसमें आ गया है दाना
झरने पर बैठकर मैं
सीखता हूं नाव चलाना ।2।

शाम हो गई चिड़िया आई
झरने पर पानी पीने
मैं उसको देखकर
चला शाम को जीने    ।3।

कुत्ता मेरे पास आ गया
लगा पूंछ हिलाने
लाया था जो खाने को
लगा मैं उसे खिलाने  ।4।

रात हो गई घर पर आया
बन गया सबका सेवक
सपने में मैं सेवक था
असली में था लेखक  ।5।

     ।। शिवम तिवारी  ।।

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