वक्त's image
Share0 Bookmarks 53974 Reads0 Likes
अफसाने जो दिन के सिले थे 
और जो कहानियां बुनी थी रातों में  
हक़ीक़त से कोसों दूर था 
बस डुब कर रहा तेरी आंखों की गहराइयों मे
वो रातें जो कटी, दिन
Send Gift

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts