
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes
मैं नदी और तुम उस में पानी बन के बहती रही
थे हम बेसक एक जगह, वो अलग बात है,
मैं उस किनारे, तू उस किनारे बैठ रोती रही।
थे हम बेसक एक जगह, वो अलग बात है,
मैं उस किनारे, तू उस किनारे बैठ रोती रही।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments