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मेरी जुल्फों को,
पानी से भिगाना होगा।
आज फिर ठण्ड है,
डीओ से नहाना होगा।।
उफ ये जैकेट,
नहीं धोयी है,
महीने से मगर।
आज फिर इसको,
परफ्यूम,
लगाना होगा।।
सोच कर ही,
सिहर उठता हूँ,
मैं लोगो के लिए।
जिनको हर
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