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जब तेरी नैनों से।
मेरी नैन टकराई।
गजब का शोर हुआ।
केमिस्ट्री उड़ गई रातों-रात।
मेरी जिंदगी में गजब का झोल हुआ।
क्या बताऊं वो किस्सा।
जब मैंने जूलॉजी को खोला।
उसकी पलकों ने इशारों से कुछ बोला।
रातों की नींद हुई हराम।
बस बाकी रह गया यही अंजाम।
जिंदगी में शोर-शराबा क्या कम था।
जो तेरी नैना मेरी नैनों से इस तरह टकराई।
रातों की नींद चुरा कर।
चैन को सुला कर।
तेरी पलके फिर मेरे पास तक लौट आई।
तेर
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