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कमबख्त मेरी डायरी।

sudha kushwahasudha kushwaha October 3, 2021
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डायरी भी आज अपने मुकाम पर आ गई।

हमारा दिल छोड़कर सहारेआम पर आ गई।

मोहब्बत तो बहुत थी मुझे अपनी डायरी से।

पर साली आज आखिरी मुकाम पर आ गई है।

इश्क इश्क किया करती थी मैं ।

साली बदनाम कर गई।

डायरी के नाम पर कलंक थी।

इसीलिए भर गई।

मुझे छोड़कर अकेला निकल गई।

मोहब्बत के प्याले अकेले ही रगड़ गई है।

साली मुझसे ही अकड़ गई।

बेशर्म कहती थ

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