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दिल का दर्द हमारे कोई समझता नहीं।।
हर कोई आगे की दुआ दे रहा है।
शब्दों के जहर से कुछ भी घोल रहा है।
जुबान से निकले शब्द हमेशा लगते हैं।
बुरा हो तो ईश्वर भी कान लगाकर सुनते हैं।
हम भूल जाते हैं
वह बुरे वक्त सब कुछ याद दिलाते है।
अच्छे वक्त में ही तो शब्द ताकत बनकर लौट आते हैं।
दिल का दर्द कोई समझता नहीं।
बस कुछ भी कह देते हैं शब्दों से।
यह जिस्म कोई पुतला नहीं है।
यह समझता है फिर भी पलट कर जवाब देता नहीं।
यह किसी के लिए बुरा कहता नहीं।
किसी का बुरा करता नहीं।
अपने लिए कुछ मागता नहीं।
किसी से ख्वाहिशों की उम्मीद रखता नहीं।
मोहब्बत होने के बावजूद किसी से कहता नहीं।
इतना परेशान है दिल किसी से कहता नहीं।
पता है उसके परेशान करने पर।
पर यह बात यह द
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