
Share0 Bookmarks 0 Reads1 Likes
मुझे अपनी बदतमीजी पर तरस आता है
मैंने धोखेबाज से इश्क कर लिया,
मैं भूल गया उस इंसान को कब का मग़र
मैंने उसके छल को घर कर लिया.
मैंने धोखेबाज से इश्क कर लिया,
मैं भूल गया उस इंसान को कब का मग़र
मैंने उसके छल को घर कर लिया.
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments