Share0 Bookmarks 30767 Reads4 Likes
गुस्ताख़ी भी सुनेंगे और इश्क़ बेहद करेंगें
हो वाजिब जो गुस्सा तो हंस कर सहेंगें
ऐ मोहब्बत ! मेरे आंगन में दीवार ना करना
वरना तेरे सिवा किसी और से मोहब्बत करेंगे
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments