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था पता किसको की ऐसा हादसा हो जायेगा,
जिसको सब कहते थे पत्थर वो खुदा हो जाएगा!
मेरे हाथों की लकीरों में तुम्हारा नाम था,
यानी कि पहले से तय था राब्ता हो जाएगा!
कैद होना है मुझे भी इश्क़ की जंजीर में,
ओर फिर ये इश्क़ मेरा दायरा हो जाएगा!
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