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जब घबराती हूँ मैं,
तो क्यों इतना समझाते हो तुम ?
जब शरमाती हूँ मैं,
तो क्यों इतना इतराते हो तुम ?
जब संवरती हूँ मैं,
तो क्यों इतना निहारते हो तुम ?
क्यों क्यों ..............???
न जाने कितने क्यों का जावाब चाहती हूँ मैं ,
पर अफसोस अभी भी लापता हो तुम ।
Swarnali
तो क्यों इतना समझाते हो तुम ?
जब शरमाती हूँ मैं,
तो क्यों इतना इतराते हो तुम ?
जब संवरती हूँ मैं,
तो क्यों इतना निहारते हो तुम ?
क्यों क्यों ..............???
न जाने कितने क्यों का जावाब चाहती हूँ मैं ,
पर अफसोस अभी भी लापता हो तुम ।
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