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यह विष बेलड़ी

suresh kumar guptasuresh kumar gupta April 11, 2023
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डर डर आवाज़ उठे क्यो डर जाते आप
जो आता यहां आता ले ले राम का नाम 

पापी अधम हत्यारे गंगा में डुबकी मारते
वैतरणी तर जाए  भवसागर उत्तर जाते

कभी गाड़ी घोड़े पे कभी घोड़ा गाड़ी चढ़े
किस किसे मिटाने जाते सब एक समान

राम के चेले रामजी भली करे उतारे पार

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