यह मेरी छोटी दुनिया है's image
Poetry1 min read

यह मेरी छोटी दुनिया है

suresh kumar guptasuresh kumar gupta March 29, 2023
Share0 Bookmarks 36 Reads0 Likes


छोटे बच्चे सा दिल जब तब उड़ा जाता है
सीमाओं से परे यह मेघ उड़ा उड़ा जाता है

दुनिया की बंदिशे देख ये दिल घबराता है
जब तब दूर आसमान में उड़ता जाता है

यह मेरा खूबसूरत पप्पी ये मेरी दुनिया है 
मुंह मेरा चुमता मेरा अजीज बन जाता है

कभी मां की डांट या टीचर की फटकार
दिल पप्पी के करीब होता शकुन पाता है

प्यारा सा बछिया जब गऊ के आगोश में
चाटती दुलारती वह तब दूध पिलाती है

वो कुलाचे भरता हिरणी के आगे भागता
इधर उधर देख फिर पास लौट आता है

फुदक फुदक जब जब आती आंगन में 
मेरे हाथों रोटी का टुकड़ा ले उड़ जाती है 

चीं चीं करता वह चिड़िया का बच्चा बैठा
चीखे तो चिड़िया मुंह में दाना दे जाती है

कितनी प्यारी सी यह मेरी छोटी दुनिया है
जो मुझे अपनी यह दुनिया भूला जाती है

डांट फटकार से दूर पढ़ाई की मार से दूर
यह तो मेरी मेरी मेरी प्यारी सी दुनिया है

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts