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दुश्मन खड़ा मैदान में तेरी जरूरत आन पड़ी
गुस्सा थूक दे अब ताऊ आजा फिर मैदान में
बालक तेरे उड़ते घोड़े आ गये इस मुकाम पर
बिन सहारे न बढ़ सकते खड़े खुले मैदान में
मोरबी हादसे ने दिल दहलाया नींव हिल गई
मान ली गलती बिन तेरे सियासी चाल चले
तू है एक सहारा दिल ने आज तुझको पुकारा
संभाल नैया बन खिवैया मोरबी के तूफान में
जवानी के जोश में ठीक है तुझको भुला गए
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