
Share0 Bookmarks 34 Reads0 Likes
दिन की भागमभाग अपना होश कहाँ
गिरते पड़ते घर जाते बचती जान कहाँ
दरवाज़ा खुलते सामने जो आन खड़ी
स्वर्ग से उतरी परी वह है बिटिया खड़ी
उस एक मुस्कराहट ने क्या कर दिया
मृतवत जान में नवजीवन संचार किया
बढक़र गले लगाना में कैसे रोक पाता
जिगर का टुकड़ा जीवन का आधार था
कहते जमाने मे पराई अमानत बेटियां
बेटे पराये होते पराई नही होती बेटियां
जीवन की सबसे बड़ी सौगात बेटियां
पापा के दिल का अरमान होती बेटियां
माँ-बाप का जहांन हैं खिलती कलियां
भावी समाज की जन्मदात्री है बेटियां
घर समाज को रोशन करती हैं बेटियां
लड़के आज आनेवाला कल है बेटियां
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments