शेर की सवारी कर बैठे's image
Poetry1 min read

शेर की सवारी कर बैठे

suresh kumar guptasuresh kumar gupta April 13, 2023
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes


सदियो में जो नही चला
जनता मे सिक्का चलाते
अच्छे दिन न आते मगर 
हम उन्हें सपना दिखाते

डीज़ल डॉलर सस्ता हुआ
कालाधन आ रहा बताते
हर दो घंटे में ड्रेस बदले 
दुनियाभर के ठाठ उठाते

खेल मजे का है ईडी का
सीबीआई का डर दिखाते
कौन हमको आंख बताए 
हमसे सब ही खौफ खाते

निकल पड़े इस राह पर 
शेर से थोड़ा डरते जाते
मोटाभाई मजा तो आया 
शेर की सवारी कर बैठे

रामबाबू दूर निकल आए 
वक्त हुआ अब लौट चले
चढे जो शेर की पीठ पर 
चिंता हो रही उतरेंगे केसे

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts