
Share0 Bookmarks 14 Reads0 Likes
दोस्तों संग ऐश में बहुत वक्त बिताए।
हाथपांव फूले कमी का ख्याल आए।
गुस्सा आता है वक्त सवालों का आए।
किसने रीत बनाई क्यों सवाल बनाए।
सवाल एक से करो वे तो मौन रहेंगे।
एक दागोगे तो जवाब कई निकलेंगे।
आज एक ट्रोल आर्मी है तैयार खड़ी।
टूट पडेंगे गालियों की बरसात करेंगे।
सवाल का जवाब नही मिलेगा मगर।
जबाब में सवालों की भरमार होगी।
आप किसी राष्ट्रद्रोही गैंग मेंबर होंगे।
निरुत्तर होंगे राष्ट्रवाद की बात होगी।
सवाल करो अफसोस करना होगा।
सवाल होंगे सवाली कटघरे में होंगे।
न माने पुलिस जेल का सफर करेंगे।
सवालों पर और सवाल नही होंगे।
सवाल हो कोई सवाल न उठायेगा।
सवाल से नींद में खलल हो जाएगा।
अब सवालों का चलन खत्म हुआ।
मुंह पे है सरकारी ताला लगा हुआ।
#सुरेश_गुप्ता
स्वरचित
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments