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सवालों का अंबार

suresh kumar guptasuresh kumar gupta April 3, 2023
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यह तेरा धरम है तो यह मेरा धरम
कौन लगे हुए है कि बंट जाए हम 

यह तेरी जाति तो यह मेरी जाति 
कैसे जाति में फर्क करने लगे हम

तेरी मनी लॉन्ड्रिंग मेरे से अलग है
नशे की खेप में फर्क कर रहे हम

हजारो टन में इनक़्वारी नही होगी
कैसे ग्राम हेरोइन के गुनाह में दम

क्यों न्यायविद उपकृत होने लगा है
गुनाह सम्मानित करने लगे है हम

यह तेरा कानून यह मेरा कानून है
क्या संविधान भुलाने लगे है हम

कैसे हम सब खामोश होने लगे है 
कैसे तो सवालो का अंबार लगा है

कौन इतिहास संवारने में व्यस्त है
वक्त कैसे भूगोल बिगाड़ने लगा है

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