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रिश्ते में जीत

suresh kumar guptasuresh kumar gupta March 4, 2023
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जिसने अपनी हस्ती को मिटाया है। 
उसने ही रिश्ते में जीत को पाया है।

रिश्ते वो नाजुक धागों का महल है।
नही संभले उलझोगे भी टूटेगा भी। 

रिश्ते का महासंग्राम एक आयाम है।
जहां जाना है हारकर जीत जाना है।

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