राजा के  प्राण तोते में's image
Poetry1 min read

राजा के प्राण तोते में

suresh kumar guptasuresh kumar gupta April 11, 2023
Share0 Bookmarks 25 Reads0 Likes

वर्षो पहले काशी में एक राजा का राज था
तोते में उसका प्राण था रहस्यमयी राज था 

सात समुद्र पार ये तोता पर फैलाये बैठा था
ये कोई जान न पाया तोता कहां बसता था

दूर देश में कोई जादूगर यह राज जान गया 
जादूगर ने जाल फेंककर तोते को फंसाया

पूरा अमला तोते को बचाने में लगाया हुआ
जाल में तोता फंस गया राजा बेजान हुआ

डरा हुआ था राजा अमला था घबराया हुआ
न कोई तोते पर बोले सन्नाटा था छाया हुआ

जादूगर के चंगुल से तोता आजाद नही हुआ
साम दाम भय या भेद सारा जोर आजमाया

तोता जादूगर के जाल में जान वहां अटकी 
कैसे छुटे जान बचाए ये इल्म समझ न आया

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts