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उसकी विजय गाथा खुली किताब थी
कोई हिमाकत कर उसको खोल गया
महत्वाकांक्षा सुनियोजित फ्रॉड हुआ
दबी जबान कहते वह चौड़े कहे गया
स्व विकास देश का विकास बता रहा
राष्ट्र संपदा पर उसका अधिकार हुआ
ये हेराफेरी धोखाधड़ी की दास्तान थी
उसे गैर जरूरती आक्रमण बता गया
जनता ने जो पूछा विकास कहां हुआ
पलटकर अपना एकाउंट दिखा दिया
जांचसंस्था की आड़ में क्या छुपा था
विदेशी कोई इसे धोखाधड़ी बता गया
फ्रॉड करता देश की जड़े खोदता रहा
उसका कद बढा देश छोटा होता गया
न्याय जब गुनाह के सबूत मांगने लगा
कसमें खाता राष्ट्रवाद सबूत में दे गया
शराफत ओढ़ वो देश पर चोट बताता
देश की अखंडता पर आघात कहता
ट्विन टावर की नींव मजबूत ही रही
कसूर यह अमेरिकी प्लेन टकरा गया
ताश के महल जब जब बनते है यहां
धराशायी हुए उनकी नियति रही सदा
गलती कभी टाइटेनिक की नही रही
आईसबर्ग ही जब सामने आता गया
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