मन की गहराई's image
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लहरे उठती रही, किनारे तक चलती रही।
धीरे धीरे मद्धिम हो, ये लहरे थमती गयी। 

किनारे तक चलते, लहरों के वर्तुल देखो। 
तालाब किनारे बैठ लहरों से खेलो कभी।

जीवन का फलसफा लहरों में छिपा कहीं।
समस्या कंकर मन की सतह से टकराता।

मन उद्दलित कर लहरों के वर्तुल बनाता।
लहर मन के किनारे टकराती लौट जाती।

तीन सात दिन में

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