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क्या ढूंढते बाबू खबरों में

suresh kumar guptasuresh kumar gupta March 9, 2023
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मौसम बदलने का आगाज़ हुआ
पतझड़ को सावन में बदल गया
मरुभूमि में स्विस वादी बता गया
मौसम अब प्रायोजित होता चला

भीषण गर्मी में ठंडी फुहार उमडी
कौन मौसम को नियंत्रित कर गया
सत्ता के अनुकूल हवा चलने लगी
मौसम अब प्रायोजित होता चला

बलात्कार या कहीं आंदोलन हुआ
कौन बेदरकार यह तार छेड गया
मौसम विभाग ने तब संज्ञान लिया
मौसम अब प्रायोजित होता चला

जब भीषण आंधी में घिर ही गये 
कोई नशे का खेप पकड़ता गया
कौन उखड़ी सांसे संयत कर गया 
मौसम अब प्रायोजित होता चला

सारे भोम्पू एकसाथ सुर बदल बैठे 
गमगीन थे कि ये कोरस शुरू हुआ 
क्या टटोले आप चेनल बदल कर 
मौसम अब प्रायोजित होता चला

खुश थे हम रिमोट अपने हाथ था
मगर प्रोग्राम कोई ओर बदल गया
हर ओर था सत्ता आरती का शोर
विश्व धर्ममय संसार बदलता गया

क्या ढूंढते बाबू अब इन खबरों में
खबरों का मोनोपोली बाजार हुआ
मिर्च का स्वाद रसगुल्ले में बदला
मौसम अब प्रायोजित होता चला

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