
Share0 Bookmarks 19 Reads0 Likes
महाभारत सम्पन्न हुआ राजा परीक्षित पदासीन हुआ
श्रीकृष्ण का बैकुंठ गमन, कलियुग आविर्भाव हुआ।
राजा एक दिन शिकार गए कलियुग से सामना हुआ
मेरे राज में पापी, झूठा,चोर,दरिद्र,दुराचारी न रहेगा।
कलयुग कहे विधिविधान है तब तुमको जाना होगा।
राजा प्राणदंड को उद्यत हुआ वह शरण मांगने लगा।
राज्य सीमा से निकल जा,पर कलियुग रहम मांग रहा
राजन सर्वस्व आपका राज, रहने का स्थान मांग रहा।
जुआ, मदिरा, परस्त्रीगमन हिंसा में उसे जगह दिया
एक अच्छे स्थान में स्वर्ण में भी उसको स्थान दिया।
मुकुट पहन मति भ्रष्ट हुई कलियुग असर दिखा रहा
ध्यानलीन ऋषि के गले मे मरा हुआ सांप डाल दिया
कलियुग का पहला वार संस्कारी राजा शिकार हुआ।
ऋषिपुत्र के श्राप से सात दिन में मृत्यु को वरण किया।
विधि का विधान है समय को हर पल बदल जाना है।
समय गति अटल द्वापर अंत कलयुग आविर्भाव हुआ।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments