Share0 Bookmarks 46687 Reads0 Likes
कहीं ना कहीं तो आग जरूर लगी है
धुंआ है तो आवाज़ उठना लाजिमी है
इश्क कभी नजरो से छुप न सका है
प्रेम तो इबादत का नायाब तरीका है
बता दो आपका उनसे रिश्ता क्या है
आज हर कोई खुले में पूछने लगा
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments