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जाति अलग धर्म अलग अलग खानपान है
कहीं आमद अधिक कहीं गरीबी का राज है
मिल के सबको साथ लाए नई ज्योत जलाए
जिन घरों में छाए अंधेरा वहां रोशनी दे आए
बिखरी बिखरी धरती है बिखरी जिंदगियां है
फिर भी सब एक है आपस मे ऐसा प्यार है
आओ आपस मे मिल बैठकर त्यौहार मनाए
खून का जन्म का रिश्ता ठोस रिश्ता बनाए
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