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दर्द और जिंदंगी

Sita SoniSita Soni April 3, 2023
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होठो के हसी को ना समझ हक़ीकत-ए-जिंदंगी मेरी, 
हम जिंदंगी की हक़ीकत अपने अंदर दवा रखे हैं, 
तु आकर जरा मेरे दिल के अंदर झाँक, 
हम सदियों से कितने जख्म दवा रखे हैं ! 

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