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यूँ तो अरसा हुआ उनसे मिले!

shweta kumarishweta kumari April 19, 2023
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   यूँ तो अरसा हुआ उनसे मिले...


यूँ तो अरसा हुआ उनसे मिले

पर उनसे इश्क का किस्सा आज भी सम्भाले रखा है हमने!


जाने वो क्या बात थी उनमें

के हम खुद को रोक ही ना पाए थे

ये जानते हुए के

उनसे इश्क करना भूल ही होगी!

जाने वो कौन सा दिन था या फिर कौन सी रात थी,

के हमने इज़हारे-ए-इश्क फिर भी किया था उनसे !!


नज़र भर जब भी देखा था उन्हें

सच कहूं कोई खास बात थी नहीं उनमें 

पर हाँ , शायद ये मेरा इश्क ही था 

जो निखार रहा था उन्हें 

वो चाहे माने, चाहे ना माने !


जाने वो कौन से जज़्बातों का तूफ़ान था मेरे अंदर 

के जब भी उनसे रू-ब-रू होते, 

मेरे तेज दिल की धड़कनों का इस्तमाल हो जाता!

मेरे इश्क में उनकी वो मस्तियाँ सारी 

जाने क्यूँ मेरी आँखों को नम कर जाती

और ये खामोश लब मेरे, 

बड़ी ही लापरवाही से 

फिर कोई नया किस्सा-ए-मोहब्बत गढ़ते!!


यूँ तो अरसा हुआ उनसे मिले

पर उनसे इश्क का ये किस्सा आज भी सम्भाले रखा है हमने!


वैसे तो मोहब्बत के सारे ही रंग हसीन लगते हैं 

पर हमारे इश्क़ का किस्सा भी खूबसूरत कम न था ।

के हमने उनसे जब कहा था "हमें तुमसे मोहब्बत है।"

सच कहती हूँ दुनिया वालों 

मोहब्बत के सबसे खूबसूरत पलों को जिया था!!


हाँ ये और बात है कि

हम अब साथ नहीं !

पर ये दौलत मोहब्बत की जीवन भर साथ रहे 

 ज़रूरी तो नहीं!!


के इस ज़माने की खातिर जब अलविदा लिया था

साथ उन्होंने भी हमारा बखूबी निभाया था !

आवाज़ दी नहीं थी कोई, जब मुँह फेर लिया था हमने 

हाँ उस रात के अँधेरे में, दिल तोड़ दिया था हमने !! 


यूँ तो अरसा हुआ उनसे मिले

पर उनसे इश्क का किस्सा आज भी सम्भाले रखा है हमने!


ये भी सच है कि ख़याल उनका आज भी 

मेरे छत पे अकेले आने का इंतज़ार करता है

मेरे दिल के धड़कनों को यूँ ज़ार ज़ार करता है !

कि पहरे कितने ही लगा लूँ मैं -2

मेरी आँखों से बरसात अक्सर हुआ करती है 

मेरे दिल के आँगन में उन्ही से सुबह उन्ही से शाम हुआ करती है!


यूँ तो अरसा हुआ उनसे मिले

पर उनसे इश्क का किस्सा आज भी सम्भाले रखा है हमने!!


- Shweta

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