
Share0 Bookmarks 26 Reads1 Likes
मौन!
वो जो कहते थे कि
प्रकृति में जान बस्ती है हमारी, आज मौन क्यूँ ?
वो जो कहते थे
ये धरती हमारी माता है, और ये अम्बर मेरे पिता
आज हैं मौन क्यूँ ?
वो जो कहते थे
खुद को इनके रक्षक
पूछती है धरती इनसे और
पूछता है, ये अम्बर!
पूछते ये पेड़-पौधे और ये पशु पक्षी
मेरे रक्षक आज मौन क्यूँ?
मौन क्यूँ हैं सब?
-श्वेता
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments