
Share0 Bookmarks 55 Reads0 Likes
मैं कौन हूँ मैं क्या हू,
उसे ये जानकर करना भी क्या था?
उसे मेरे दिल तक थोड़े ही जाना था.
कसमे वादे करके वो करता भी क्या?
उसे ये इश्क़ थोड़े ही निभाना था.
वो मुड़कर देखता भी क्यों?
उसे लौटकर थोड़े ही आना था.
वो ज़िक्र मेरा करता भी क्यों ?
उसे ये राज़ जो छुपाना था.
वो फूल खरीद कर करता भी क्या?
उसे मेरी कब्र पर थोड़े ही आना था.
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments