मुखौटा's image
Share0 Bookmarks 15 Reads0 Likes
अब आईना कम देखने लगें हैं,
खुद से मुलाक़ात कम करने लगे हैं,
मुखौटों से भरी यह ज़िन्दगी,
अब खुद को कम पहचानने लगें हैं।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts