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बंद हो गए सारे रास्ते,
ऐ खुदा दिखा तू राह मेरे वास्ते।
है ये अंजान राहे औऱ रास्ते
करूँ मैं क्या बता तू मेरे वास्ते।
हर मोड़ बैठा एक ठग है,
तू ही बता अब जाऊं मैं किस रास्ते।
सोचा था जग है मेरे जैसा,
हर डगर मिले कपट और झूठे वास्ते।
कैसे बनाऊं मैं संतुलन
उथल पुथल है ये डगर और रास्ते।
ज़ि
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