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मुझे बेहद तकलीफ होती है
जब मैं माँ को कराहते देखता हूंँ
मैं खुद को बेबस महसूस करता हूंँ
दिल चाहता है कि उनके सारे दुख मैं ले लूं
पर यही तो दरहकीकत है कि
हम किसी का दुख ले नहीं सकते
बस दुख को बांट सकते हैं।
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