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अभी सपने भी नही बुने थे
तूने बिछड़ने की बात कह दी!!
तुझसे करूं नफरत कैसे
कोई वजह ही तूने नही दी !!
थोड़ा जिंदगी संवरने तो देती
तुमने बिखरने शुरआत कर दी !!
एक कोशिश की थी मुस्कराने की
तुमने दर्द की चुभन सी भर दी !!
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