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यों अब वक्त तो लगेगा गांव को जानने में
कुछ तुम बदल गए कुछ गांव बदल गया है !!
यादें अभी भी जिंदा है उस गुजरे जमाने की
ये समझना होगा तुम्हें संदूक कहां खोलना है
मोहल्ला जो चहकता था तेरे कदमों की आहट से
सब वाकिफ थे तेरी अच्छी बुरी आदतों से
अब फिर से पहचान बढ़ाने में वक्त तो लगना है
अपनों का अपना होने में समय तो खपना है
यों अब वक्त तो लगे
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