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ख्वाहिशों को जरा सिखा दो सलीका
रिश्तों की भी तो अपनी एक जिंदगी है
मुश्किलों से कर लो तुम मुहोब्बत
ये जिंदगी जीने की तालीम देती हैं !!
उनको इबादत की कतई जरूरत नहीं
घुटनों के बल बैठना सीख जो जाते हैं
आसमान उन्हीं को नसीब है होता
जो नजरें जमीं पर हरदम बनाए रखते हैं !!
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